जपजी साहब का अर्थ
[ jepji saaheb ]
जपजी साहब उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- सिखों के पहले गुरु नानक देव जी की वाणी जो भगवत् स्तुति गान के रूप में संकलित है और जिसमें अड़तीस स्तोत्र हैं:"श्री गुरु ग्रंथ साहिब की शुरुआत जपजी साहिब से ही होती है"
पर्याय: जपजी साहिब, जपजी
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- सिख भजन आरती चौपाई साहब , जपजी साहब, सुखमनी साहब आदि अपलोड किया है।
- सिख भजन आरती चौपाई साहब , जपजी साहब, सुखमनी साहब आदि अपलोड किया है।
- माँ जपजी साहब पढ़ती पर देवताओं की पूजा भी करती , पर अक्सर रो पड़ती क्यों कि उसे पति के इस्लामी तरीके पसंद नहीं थे!
- मां सुबह के इंतज़ार में आंखें जपजी साहब के गुटके में गड़ाये थी तो पिता कुर्सी पर बैठे बैठे आगे की रणनीति सोच रहे थे।
- माँ जपजी साहब पढ़ती पर देवताओं की पूजा भी करती , पर अक्सर रो पड़ती क्यों कि उसे पति के इस्लामी तरीके पसंद नहीं थे ! पर गुलाब देवी ने पति को कभी त्यागने का विचार किया हो , ऐसा नहीं है .
- अमृत के दाता गुरु गोबिंदसिंघजी ने इन्हें संत-सिपाही का स्वरूप प्रदान करने के लिए सर्वलोह के पात्र में निर्मल जल डालकर सर्वलोह के खंडे से घोटते हुए पवित्र बाणी जपजी साहब से भक्ति , जाप साहब से शक्ति, सवहयों से बैराग, चौपई साहब से विनम्रता एवं आनंद साहब से आनंद भाव लेकर अमृत तैयार किया।